Indian Fighter Jet Rafale Vs JF-17 Pakistan: भारत और पाकिस्तान के फाइटर जेट
Leading Bharat, विदेश: इन दिनों दुनिया भर के कई देश तनाव भरे माहौल से गुजर रहे हैं। दूसरे देशों में जंग के हालातों को देखते हुए हर मुल्क अपनी सेना की ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है। भारत के पड़ोस में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। कश्मीर की लालच में खुद को तबाह कर चुका पाकिस्तान अब चीन की मदद से अपने लड़ाकू विमानों को अपग्रेड कर रहा है। भारत में राफेल आने की बात सुनते ही पाकिस्तान कांप गया था, जिसके बाद पाक की सेना में हाल ही में नए फाइटर जेट शामिल किए गए हैं और इनकी ताकत का गुणगान भी शुरू कर दिया गया है।
दरअसल, ड्रैगन की मदद लेकर पाकिस्तान ने अपनी सेना में J-10C और JF-17 Thunder Block IIl जैसे लड़ाकू विमान शामिल किए हैं। जिन्हें राफेल की तरह ही चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट बताया जा रहा है। IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के रिटायर्ड एयर कमोडोर खालिद फारूक इसे भारतीय राफेल के मुकाबले बेहतर ज्यादा पावरफुल बताया है। फारूक ने बताया कि पाकिस्तानी वायुसेना करीब 400 लड़ाकू विमानों से लैस है और पावर के मुताबिक ये पूरी दुनिया में छठवें नंबर पर आती है। हालांकि, 1150 फाइटर जेट्स के साथ भारतीय एयरफोर्स पाकिस्तान से 3 गुना ज्यादा पावरफुल है।
फारूक का कहना है कि दो साल पहले चीन से खरीदे गये J-10C फाइटर जेट को 4.5-पीढ़ी का सिंगल-इंजन, मल्टीरोल फाइटर जेट है। उन्होंने इसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान बताया है, जिसमें एडवांस एवियोनिक्स, एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (AESA) रडार और PL-15E जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें लगी हैं। पूर्व अधिकारी का कहना है कि यह भारत के राफेल की तुलना में ज्यादा दूरी पर दुश्मन के विमानों का पता लगाने और उनपर हमला करने में सक्षम बनाता है। उन्होंने इन विमानों को पाकिस्तान की ‘पहली नजर, पहली गोली’ की रणनीति के लिए सफलता बताया है।
दुनिया खिलाफ हो गई तब भी भारत के साथ खड़े रहेंगे ये 4 देश, जानें कैसे निभा चुके हैं दोस्ती?
फारूक तारीफ तो कर गए लेकर अपने विमान की कमजोरी और राफेल की ताकत बताना भूल गए। बता दें कि पाकिस्तान के नए JF-17, J-10C दोनो विमान सिंगल-इंजन डिजाइन विमान है, ऐसे विमानों का प्रदर्शन सीमित क्षमता से ज्यादा नहीं हो सकता है और राफेल एक ट्विन-इंजन फाइटर जेट है, जो कई युद्ध में इस्तेमाल हो चुका है और विश्वसनीय साबित हो चुका है। दुश्मनों को सेंस करने वाले रडार और सेंसर के मामले में राफेल, Thales RBE2 AESA रडार और एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम से लैस है जबकि जबकि J-10C, AESA रडार और JF-17, पारंपरिक रडार है जो राफेल के मुकाबले पिछड़ी हुई है।